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Longwa Village : भारत का एक ऐसा गांव, जहां के लोग खाते हैं एक देश में और सोते हैं दूसरे देश में

Longwa Village :यदि हम आपसे कहे कि आप ऐसे घर में रहते हैं जहां आपका बेडरूम एक देश में और आपका खाना दूसरे देश में होगा, तो आप क्या कहेंगे?

Longwa Village
Longwa Village

जी हां दोस्तों यह बिल्कुल सही बात है हमारे भारत देश में ही एक ऐसा गांव (Longwa Village )मौजूद है जहां के लोग इस बड़ी अजीब सी स्थिति में फंसे हुए हैं। दो देशों की सीमाएं बिल्कुल इस गांव के बीचो-बीच से निकल जाती है तो कहीं-कहीं यह सीमाएं उनके घर से भी निकल जाती है।

इसकी वजह से उनके घर का आंगन किसी और देश का होता है तो घर का बेडरूम और बाकी घर की दीवारें किसी और देश में होती है।

Longwa Village church
Longwa Village church

भारत के नॉर्थ ईस्ट(North East)के एक बहुत ही खूबसूरत राज्य नागालैंड (Nagaland)में लोंगवा नाम का एक गांव है, जो मोन जिले में सबसे बड़ा गांव है।

मोन (MON DISTRICT NAGALAND ) 11 जील्हो में से एक है और नागालैंड  राज्य का सबसे उत्तरी हिस्सा है। गांव की सबसे दिलचस्प बात यह है कि यह भारत और म्यांमार के बीच की सीमा साझा करता है। लोंगवा गांव के लोग दोहरी नागरिकता  लिए बैठे हैं और बिल्कुल स्वतंत्र हैं। यानी इस गांव के लोग भारत के भी कहलाते हैं और म्यांमार के भी कहलाते हैं।

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लोंगवा गांव नागालैंड: Longwa Village Nagaland

longwa village tribe people
longwa village tribe people

इस गांव की सबसे दिलचस्प बात यह है कि इससे भारत और म्यांमार(MANYAR ) की सीमा गुजरती है। यह अजीब बात है कि सीमा ग्राम प्रधान के घर से भी गुजरती है, जो इसे भारत और म्यांमार में दो भागों में बांटती है। सीमा पार करने के लिए स्थानीय निवासियों को वीज़ा की आवश्यकता नहीं है।

बल्कि वे दोनों देशों में आसानी से घूम सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन म्यांमार और भारत में कुछ घरों में शयनकक्ष एक देश में और बाकी घर का हिस्सा दूसरे देश में है।

लोंग्वा लोग – Longwa Village People

लोंग्वा लोग - Longwa People
लोंग्वा लोग – Longwa People

नागालैंड के लोग बहुत प्यारे हैं। इस गांव के स्थानीय लोगों में से कुछ म्यांमार की सेना में भी हैं। लोंगवा गांव की जनजाति कोन्याक है, जिन्हें हेडहंटर (Head Hunters) कहा जाता है। 1960 के दशक तक गांव में सिर का शिकार लोकप्रिय था। गांव में कई परिवार पीतल की खोपड़ी का हार रखते हैं, जिसे वे एक महत्वपूर्ण उपहार मानते हैं। ये युद्ध में हार जीत का संकेत है।

लोंगवा में क्या देखे : Things  do in Longwa village

यह पूर्वोत्तर भारत( North East India ) में पर्यटन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ स्थानों में से एक है। लोगों को यहाँ की हरियाली और शांत वातावरण आकर्षित करता हैं। लोंगवा में प्रकृति के आकर्षण के अलावा हांगकांग मार्केट(HONGKONG MARKET ), डोयांग नदी, शिलोई झील, नागालैंड साइंस सेंटर (NAGALAND SCIENCE CENTRE)और कई अन्य पर्यटन स्थल हैं।

लोंगवा कैसे पहुंचे – How to Reach Longwa village?

लोंगवा गांव पहुंचने के लिए सीमा सड़क संगठन से आसानी से पहुंचा जा सकता है। मोन शहर से गांव करीब 42 किमी दूर है। नागालैंड राज्य परिवहन निगम की बसों से आप मोन जिले तक पहुँच सकते हैं और फिर लोंगवा तक एक कार किराए पर लेकर सकते हैं।

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