Sangli tourist places: पश्चिम महाराष्ट्र में कर्नाटक की सीमा से सटा हुआ एक बेहद खुशमिज़ाज़ और ज़िंदादिल शहर है। सांगली में घूमने देखने की बहुत सारी जगह है और यहाँ का व्यापार भी सुव्यवस्थित है। सांगली(Sangli) शहर के ऐसे ही कुछ विशेषताओं की जानकारी अपने शब्दों में व्यक्त कर रहा हूँ –
सांगली हल्दी कारोबार(Sangli’s Turmeric Business)
![Sangli tourist places](https://i0.wp.com/travelingmit.com/wp-content/uploads/2023/10/pexels-photo-8184492.jpeg?resize=1200%2C900&ssl=1)
हल्दी का उपयोग हमारे स्थानीय व्यंजनों में मसाले के रूप में और प्राचीन भारतीय आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। आम इंसान से लेकर खास इंसान तक हर कोई इसकी खूबियों से परिचित है। सांगली में हल्दी का उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है और यहां का बाजार देश के सबसे बड़े बाजारों में से एक है। हल्दी का निर्यात विदेशों में भी किया जाता है। सांगली की हल्दी को भौगोलिक संकेतक या जीआई टैग का दर्जा प्राप्त है। यह केवल उन उत्पादों पर लागू होता है जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और जो अच्छी गुणवत्ता वाले होते हैं।(Sangli tourist places)
सांगली अँगूर और किशमिश (Sangli’s Grapes & Raisin)
![purple grapes tree under gray skt](https://i0.wp.com/travelingmit.com/wp-content/uploads/2023/10/pexels-photo-110822.jpeg?resize=1200%2C799&ssl=1)
सांगली (Sangli tourist places)में उगने वाले अंगूर भी बहुत स्वादिष्ट होते हैं। यहाँ अधिकतर हरे और काले अंगूर उगाये जाते हैं। सेनरी में आप सड़क के किनारे अंगूर के बाग साफ़ देख सकते हैं। उत्पादन जनवरी से मार्च तक होता है। इस अंगूर की विदेशों में भी काफी मांग है, यही कारण है कि यहां से बड़ी मात्रा में अंगूर का निर्यात किया जाता है।
मुझे कई बार इन अंगूर के बागों में जाने का अवसर मिला है और मुझे लगता है कि इन अंगूर के बागों में जाने और ताजे अंगूर खाने का आनंद ही कुछ अलग है। वाइन उत्पादन अधिक होने के कारण यहां किशमिश का भी उत्पादन बड़ी मात्रा में होता है। हमारी उच्च गुणवत्ता वाली किशमिश न केवल घरेलू स्तर पर बल्कि विदेशों में भी भेजी जाती है।
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गणपति मंदिर (Ganpati Temple)Sangli tourist places
गणपति मंदिर इस शहर का मुख्य आकर्षण का केंद्र है। यह कृष्णा नदी के तट पर एक बहुत पुराना मंदिर है और मुझे इस मंदिर की काले पत्थर की संरचना पसंद आई। इस मंदिर का द्वार बहुत बड़ा और आकर्षक है। यहां का माहौल बेहद शांत रहता है. मुख्य मंदिर के अलावा मंदिर प्रांगण में चार अन्य मंदिर भी हैं। मंदिर के अंदर बहुत हरियाली(Sangli tourist places) है और पत्थर के हाथियों के बड़े जोड़े मंदिर की सुंदरता पर जोर देते हैं।
कृष्णा नदी घाट(Krishna River Ghat)
मैं इस शहर से होकर बहने वाली कृष्णा नदी को सांगली शहर की जीवनधारा मानता हूं। सांगली में आज जो भी कृषि, व्यापार और समृद्धि है, उसके पीछे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मुख्य कारण कृष्णा नदी ही है। गणपति मंदिर के(Sangli tourist places) पास कृष्णा नदी पर एक बहुत सुंदर घाट बनाया गया है।
जहां सुबह के समय आप इस घाट पर लोगों को तैरते हुए देख सकते हैं, वहीं शाम के समय आप लोगों को घाट की सीढ़ियों से खूबसूरत सूर्यास्त देखते हुए देख सकते हैं। आप यहां बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं। गणपति उत्सव के दौरान, यह स्थान मूर्तियों से भरे लोगों से भरा होता है और माहौल और भी बेहतर हो जाता है। कृष्णा नदी के घाटों के पास खूबसूरत बगीचे भी हैं।
नरसिंह वाड़ी (Narsinh Wadi)
हालाँकि नरसिंह वाडी भौगोलिक रूप से कोल्हापुर जिले से संबंधित है, यह लगभग 22 किलोमीटर दूर सांगली शहर के बहुत करीब है। इसे नरसोबा वाडी के नाम से भी जाना जाता है। यहां कृष्णा और पंचगंगा नदियां मिलती हैं। इसका नाम नरसिम्हा वाडी (Sangli tourist places)इसलिए रखा गया क्योंकि यह श्री नरसिम्हा सरस्वती का मंदिर था, जिन्हें भगवान दत्तात्रेय का अवतार माना जाता है। मंदिर के आसपास एक छोटा सा बाजार भी है जहां आप चाय और नाश्ते का आनंद ले सकते हैं। शाम के समय यहां घाट पर बैठना और दो नदियों के संगम को देखना एक सुखद अनुभव है।
दांडोबा हिल्स (Dandoba Hills)Sangli tourist places
सांगली शहर से महज 32 किमी दूर स्थित दंडबा हिल्स मानसून के दौरान बेहद खूबसूरत जगह बन जाती है। यहां की हरियाली और जलवायु मुझे बहुत सुकून देती है। आप कार से या पैदल जा सकते हैं। पूरे क्षेत्र में मोर की ध्वनि गूंजती रहती है। मैंने एक पेड़ पर एक पक्षी का घोंसला भी देखा। दंडबा पर्वत (Sangli tourist places)पर एक प्राचीन मंदिर भी है। यदि आप बरसात के मौसम में सैनरी आते हैं, तो डंडोबा हिल्स की यात्रा अवश्य करें।
चांदोली नेशनल पार्क और सह्याद्रि टाइगर रिज़र्व (Chandoli National Park & Sahyadri Tiger Reserve)
![CHANDOLI DAM SHIRALA SANGLI](https://i0.wp.com/travelingmit.com/wp-content/uploads/2023/10/pexels-photo-2929255.jpeg?resize=1200%2C799&ssl=1)
मेरी पसंदीदा जगहें चंदोली राष्ट्रीय उद्यान और सांगली में शिराला तहसील में सह्याद्री टाइगर रिजर्व हैं। मानसून की बारिश के दौरान यह जगह बेहद खूबसूरत हो जाती है। मुझे यहां आकर सचमुच बहुत आनंद आया। पहाड़ों में हरे सीढ़ीदार चावल के खेतों को देखना एक अद्भुत अनुभव था। यहां आप कई झरने देख सकते हैं। चंदौली राष्ट्रीय उद्यान के आसपास का पूरा क्षेत्र देखने लायक है। यदि आप सांगली जा रहे हैं, तो मानसून के मौसम में यहां अवश्य आएं। यदि आप सह्याद्रि टाइगर रिजर्व में बाघ देखना चाहते हैं, तो सितंबर के बाद आएं जब यह पर्यटकों के लिए खुला हो।
हरिपुर (Haripur)
सांगली शहर से लगभग 5 किमी दूर स्थित, हरिपुर कृष्णा और वर्ना नदियों का संगम है। आप यहां बोटिंग भी कर सकते हैं। संगम घाट पर कंक्रीट की सीढ़ियाँ बनी हुई हैं और लोग वहीं बैठकर खूबसूरत सूर्यास्त देखते हैं। कृष्णा माई (Sangli tourist places)मंदिर नदी के तट पर बना हुआ है। संगम के पास संगमेश्वर मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। चौराहे के पास कई स्थानीय बच्चों को क्रिकेट खेलते देखा जा सकता है.
मिरज का संगीत वाद्ययंत्र और स्वास्थ्य पर्यटन(Miraj’s Musical Instruments & Health Tourism)
सांगली और मिराज जुड़वां शहर हैं, इनके बीच की दूरी केवल 8 किलोमीटर है। मिराज यहां के वाद्ययंत्रों के लिए देश-विदेश में मशहूर है। यहां मुख्य रूप से सितार, सरोद और तानपुरा का उत्पादन होता है। इसके अलावा, मिराज(Sangli tourist places) में कई सरकारी, अर्ध-सरकारी और निजी अस्पताल हैं जहां महाराष्ट्र के अलावा कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और देश के अन्य स्थानों से लोग इलाज के लिए आते हैं।
सांगली का गन्ना उत्पादन और शुगर मिल (Sangli’s Sugarcane Production & Sugar Factories)
पश्चिमी महाराष्ट्र की खास बात यह है कि यहां गन्ना बहुत बड़े पैमाने पर उगाया जाता है. सांगली कृष्णा, वर्ना और पंचगंगा नदियों के बीच एक बहुत उपजाऊ क्षेत्र है। अच्छी सिंचाई व्यवस्था और मानसूनी बारिश के कारण यहाँ गन्ना प्रचुर मात्रा में होता है। यहां के खेतों में घूमना पूर्वी उत्तर प्रदेश में अपने गृहनगर के खेतों के पास चलने जैसा है। गन्ना बेल्ट (Sangli tourist places)होने के कारण यहां 10 से अधिक गन्ना कारखाने हैं।
मुझे कई गन्ना मिलों का दौरा करने का भी अवसर मिला। इसलिए, इन गन्ना कारखानों को सैनरी की अर्थव्यवस्था और मुनाफे में महत्वपूर्ण योगदान देने वाला कहा जा सकता है।
इन सभी विशिष्टताओं के अलावा, सैनरी में टैगन में गणपति मंदिर, क्रैब अंबोली और पार्स फ्लावर गार्डन जैसे अन्य स्थान भी हैं। इसलिए यदि आप महाराष्ट्र के पश्चिमी हिस्सों का दौरा कर रहे हैं, तो सांगली का दौरा अवश्य करें।
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