flying beast in chitrakote waterfalls:पिछले हफ्ते भारत के एक मशहूर ब्लॉगर फ्लाइंग बीस्ट Gourav Taneja (flying Beast) दिल्ली से सीधा छत्तीसगढ़ पहुंच गए थे। छत्तीसगढ़ जाने का उनका कारण सिर्फ यही था की छत्तीसगढ़ की सबसे खूबसूरत जगह तीर्थ को देखना था।
मगर ऐसा क्या है तीर्थ में जिसे देखने के लिए फ्लाइंग बीस्ट Flying Beast यानी कि गौरव तनेजा सीधे दिल्ली से तीर्थ छत्तीसगढ़ पहुंचे। तो चलिए आज आपको इस ब्लॉग में उसे जगह के बारे में बताते हैं जिसे देखने के लिए फ्लाइंग बीस्ट छत्तीसगढ़ गए हुए थे।
तीर्थ में भारत का सबसे बड़ा वाटरफॉल यानी पानी का झरना है। यह झरना इतना बड़ा है कि इसको भारत का नियाग्रा फॉल्स भी कहा जाता है।
चित्रकोट झरना छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में इंद्रावती नदी पर जगदलपुर के पश्चिम में एक प्राकृतिक झरना है। भारत का नियाग्रा फॉल्स भी इसका नाम पड़ा है।ये जगह जगदलपुर से सिर्फ 38 किमी दूर है। भारत में, चित्रकूट झरने को नायगारा फॉल्स भी कहा जाता है। ये हमारे देश का सबसे बड़ा झरना है।
यह झरना बारिश के मौसम में 150 मीटर चौड़ा होता है और लगभग 100 फीट की ऊंचाई से गिरता है। यह मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच विंध्याचल पर्वतमाला में है। इस जलप्रपात के सुंदर दृश्यों को देखने के लिए पर्यटक हर मौसम आते हैं, लेकिन मानसून के दौरान सबसे अधिक लोग आते हैं। मानसून में इस झरने को चार चांद लग जाते हैं। इसकी खूबसूरती का अंदाज इसी बात से लग जाता है कि यहां पर देश-विदेश से लाखों लोग हर साल आ जाते हैं।
![flying beast in chitrakote waterfalls](https://i0.wp.com/travelingmit.com/wp-content/uploads/2023/08/pexels-photo-206631.jpeg?resize=1200%2C865&ssl=1)
चित्रकूट झरने के बारे में कुछ रोचक तथ्य: amazing facts about Chitrakote waterfall(flying beast in chitrakote waterfalls)
- चित्रकोट झरने को विश्व के सबसे खूबसूरत झरने से तुलना की गई है।
- इंद्रावती नदी, जो ओडिशा से निकलकर पश्चिम में बहती है और चित्रकोट में गिरती है, फिर आंध्र प्रदेश राज्य में प्रवेश करती है और अंत में गोदावरी नदी में मिलती है. इस नदी का पानी चित्रकूट झरने से ही आता है।
- यह चित्रकोट झरना ऑफ सीजन में कई छोटी छोटी धाराओं में फैलता है और एक घोड़े की नाल के आकार में अलग-अलग बहता है। लेकिन मॉनसून के दौरान चित्रकूट की सभी धाराएं अपने शबाब पर होती हैं।
- चित्रकूट फॉल्स के बाएं किनारे पर एक छोटा हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है, जिसमें कई प्राकृतिक गुफाएं और कुंड हैं। पार्वती गुफाएं हैं।
- चित्रकोट जलप्रपात कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के पास है। इससे कुछ ही दूरी पर तीरथगढ़ झरना भी है।
- नदी के तेज बहाव से धुंध के बादल बनते हैं, जो अपने ही तल पर अर्धवृत्ताकार आकार के तालाब से टकराते हैं। चित्रकोट झरने की सुंदरता को विशेष रूप से सूर्यास्त के समय देखा जा सकता है। सूर्यास्त के समय इसकी खूबसूरती और ज्यादा निखर जाती है।
- यह जलप्रपात बाढ़ या मानसून के दौरान कीचड़ से भर जाता है। भारत में यह सबसे चौड़ा झरना है।
- चित्रकोट झरने के नीचे तालाब के किनारे कई छोटे-छोटे शिवलिंगों को देखा जा सकता है। इसके अलावा, शिव के त्रिशूल भी है, जिनके ऊपर युद्ध हुआ है।
- चित्रकूट झरना के कोने पर बैठे पक्षी अक्सर इसकी सुंदरता को बढ़ाते हैं। यहां पर अलग-अलग प्रजातियों के बहुत सारे पंछी है।
- चित्रकूट झरने का शोर इतना तेज है कि यहां पर कुछ भी सुनना असंभव है।भयंकर आवाज की वजह से यहां पर बहुत ज्यादा शोर होता है।
- बरसात में मिट्टी के कटाव से चित्रकोट जलप्रपात भूरा हुआ दिखाई देता है।
2. चित्रकूट देखने के लिए सबसे अच्छा समय – Best Time To Visit Chitrakote Waterfalls
जुलाई से सितंबर के बीच चित्रकूट झरने की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय है। इस समय मानसून होता है, इसलिए आप बारिश के बाद चित्रकूट वाटरफाल्स पर धुंधले आकाश में सुंदर इंद्रधनुष का नजारा भी देख सकते हैं। आपको बता दें कि यहाँ इंद्रधनुष बहुत लोकप्रिय है। नवंबर से जनवरी के सर्दियों के महीने भी फॉल्स की यात्रा करने का एक अच्छा समय हो सकता है अगर आप बिल्कुल आराम से यात्रा करना चाहते हैं तो इस ठंडे और सुहावने मौसम में आप हरियाली और शांत सफेद झरनों के पानी का आनंद ले सकते हैं।
चित्रकूट में याद करने वाली कुछ महत्वपूर्ण बातें:Things To Do In Chitrakote Waterfall
- चित्रकूट झरने में एडवेंचर एक्टिविटी कर सकते है। इसके शौकीन लोग नाव लेकर झरने के पास जा सकते हैं।
- चित्रकूट पहुंचे पर्यटक वहां के झरने के नीचे ठंडे पानी से नहाने का लुफ्त उठा सकते हैं
- अगर कम प्रवाह होता है तो उस मौसम में चप्पू वाली नावों का उपयोग फॉल्स के ऊपरी किनारे में बने पूलों में अक्सर किया जाता है।
- मगर इसके लिए आपको नव वाले की सहमति आवश्यक होती है।
4. चित्रकूट झरने के आसपास घूमने की जगह – Places To Visit Near Chitrakote Waterfalls(flying beast in chitrakote waterfalls)
अगर आप चित्रकोट जलप्रपात को देखने की योजना बना रहे हैं, तो आप आसपास के अन्य स्थानों को भी देख सकते हैं। वहां पर कई ऐसे टीका नहीं जिसे आपको देखना चाहिए। खूबसूरत पहाड़ियां, छोटे-छोटे वहां के गांव और बहुत ही शांत वातावरण मन को मोह लेता है।
तीरथगढ़ का सुंदर झरने(flying beast in chitrakote waterfalls)
यह झरना कांगेर घाटी, बस्तर जिले के जगदलपुर में स्थित है, चित्रकूट झरने के बाद दूसरा सबसे लोकप्रिय वाटरफॉल है। इसे चित्रकूट झरने के आसपास घूमते हुए देख सकते हैं।
कुटुमसर की गुफा(flying beast in chitrakote waterfalls)
कुटुमसर गुफा: कांगेर नदी के तट के पास कुटुमसर गांव में एक चूना पत्थर की गुफा है। यह गुफा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में है, जो देश में सबसे अधिक जैविक रूप से खोजी गई गुफाओं में से एक है। इसलिए इसका महत्व बहुत है।
कैलाश गुफा 🙁flying beast in chitrakote waterfalls)
जगदलपुर के पास कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित कैलाश गुफा एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
भैंसा दर्रा:(flying beast in chitrakote waterfalls)
भैंसा दर्रा कांगेर घाटी में पहाड़ों से घिरा हुआ एक पानी का कुंड है। मगरमच्छों और कछुआओं के लिए गहरे घाटियों पर ये जल कुंड सबसे अच्छा स्थान है। अगर आप चित्रकूट वाटरफॉल देखने को आए हुए हैं इस जगह को देखे बिना वापस ना जाए।
कांगेर झरना(flying beast in chitrakote waterfalls)
यह एक बहुत सुंदर सी जलधारा है जो कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान से बहती है। जगदलपुर के पास स्थित यह छोटा सा झरना है। बहुत ही सुंदर वातावरण से घिरी हुई घाटी के सुंदर दृश्यों के लिए ये जगह काफी लोकप्रिय है।
दलपत झील:(flying beast in chitrakote waterfalls)
दलपत सागर झील, कमल और पानी से भरी हुई छत्तीसगढ़ राज्य की सबसे बड़ी कृत्रिम झीलों में से एक है। नौका विहार और मछली पकड़ने के लिए झील प्रसिद्ध है। यहां पर कई सारे मछुआरे मछलियां पकड़ते हैं और अपनी रोजी-रोटी चलते हैं। यह एक बहुत ही सुंदर जगह है।
चित्रकूट में जाने वाले पर्यटकों के लिए कुछ खास टिप्स :Tips For Chitrakote Waterfall Visitors (flying beast in chitrakote waterfalls)
- कारण यह है कि चित्रकूट एक धार्मिक नगर है, इसलिए वहाँ शुद्धता बनाए रखें और छोटे कपड़े बिल्कुल भी नहीं पहनें। यहां पर छोटे कपड़े पहनना बिल्कुल भी अलाउड नहीं है।
- यहां के चट्टान बहुत ज्यादा फिसलन भरे है इसकी वजह से इसके ऊपर चलते समय बहुत ज्यादा सावधानी बरतें।
- पानी की गति बहुत अधिक है, इसलिए बच्चों को झरने के पास नहीं जाने दें। बड़ों का भी ध्यान रखना चाहिए।
- इस समय, मानसून के दौरान झरना बहुत खतरनाक और हिंसक होता है, इसलिए चित्रकूट घूमने के लिए बहोत अधिक सावधानी की जरूरत है।
कैसे पहुंचे चित्रकूट:How To Reach Chitrakote
विमान से चित्रकूट कैसे पहुचें – How To Reach Chitrakote By Flight
![flying beast in chitrakote waterfalls](https://i0.wp.com/travelingmit.com/wp-content/uploads/2023/08/pexels-photo-1004584.jpeg?resize=1200%2C799&ssl=1)
चित्रकूट झरने को देखने के लिए आप रायपुर या विशाखापत्तनम हवाई अड्डे से पहुंचा सकते है। यह जगह रायपुर एयरपोर्ट से 285 किमी और विशाखापत्तनम के एयरपोर्ट से तीन सौ चालीस किमी की दूरी पर है। दोनों हवाई अड्डे अच्छी तरह से भारत के प्रमुख शहरों जैसे बैंगलोर, हैदराबाद, कोलकाता, नई दिल्ली आदि से जुड़े हुए हैं। यहां पहुंचने पर आप बस या टैक्सी से आसानी से चित्रकूट झरने तक पहुंच सकते हैं।(flying beast in chitrakote waterfalls)
रास्ते से चित्रकूट कैसे जायें – How To Reach Chitrakote By Road(flying beast in chitrakote waterfalls)
जगदलपुर एक छोटा सा शहर है, लेकिन छत्तीसगढ़ राज्य ये में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। इसलिए यह राजधानी रायपुर और राज्य के बाकी हिस्सों से अच्छी तरह से कनेक्टेड है। सड़क मार्ग से भी जुड़ा हुआ है। झाँसी, इलाहाबाद, कानपुर आदि स्थानों से राज्य सरकार की बसें आपको चित्रकूट झरने पर या जगदलपुर तक सीधे ले जाएंगी।
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रेल्वे से चित्रकूट केसे पहुचें – How To Reach Chitrakote By Train(flying beast in chitrakote waterfalls)
जगदलपुर शहर में एक बहोत बढ़ा रेलवे स्टेशन है, जहां पर कोलकाता, विशाखापट्टनम, भुवनेश्वर आदि कई सारी जगहों से ट्रेनें आती हैं। चित्रकोट फॉल्स से जगदलपुर का ये स्टेशन लगभग 38 किमी की दूरी पर है। स्टेशन से चित्रकूट झरने के लिए आसानी से टैक्सी किराए पर ले जा सकते हैं।
![flying beast i chitrakoti waterfalls](https://i0.wp.com/travelingmit.com/wp-content/uploads/2023/08/pexels-photo-2569249.jpeg?resize=867%2C1300&ssl=1)
7. चित्रकूट में कहां रुकें – Where To Stay In Chitrakote Falls
यदि आप चित्रकूट देखने की योजना बना रहे हैं तो आपको पहले ही वहाँ रुकने की सुविधाओं का पता लगाना चाहिए। वैसे तो वहां रहने के लिए कोई दिक्कत नहीं होती है मगर ये जगह छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित है और नक्सलवाद से बहुत ज्यादा प्रभावित है, इसलिए आपको पहले से ही सुरक्षित रहने के लिए उचित प्रबंध करने की जरूरत है। यहाँ सुविधा के लिए श्री जी भवन, होटल राज पैलेस, नमन बस्तर, डंडामी लक्जरी रिजॉर्ट और बस्तर जंगल रिजॉर्ट हैं। आप इन होटलों में अपने बजट और आवश्यकताओं के अनुसार कमरे बुक कर सकते हैं। आप चाहें तो पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं।