भारत विविधताओं का देश है यहां कई जाति और बोलियां बोली जाती है. सभी समाज की अपनी-अपनी अलग परंपरा है.
इसी कड़ी में हम आपको आज छत्तीसगढ़ की कुछ ऐसी अनोखी परंपराओं (unique tradition) के बारे में बताने वाले हैं, जो शायद आपने कभी सुनी न होगी.
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में यहां सेमरा गांव में दिवाली के एक हफ्ते पहले ही त्योहार मनाने की परंपरा 5 दशकों से चली आ रही है
2. कीचड़ से नहाने की परंपरा
यहां एक अनोखी परंपरा को निभाया जाता है. क्षेत्र में बसे मांझी-मझवार जनजाति में बारातियों के स्वागत की अनूठी परंपरा है
3. पानी को साक्षी मान कर शादी
बस्तर जिले के आदिवासी समाज द्वारा एक अनोखी परंपरा निभाई जाती है, यहां आदिवासी पानी को साक्षी मान क शादी करते हैं.
वो इसलिए क्योंकि शादी के नाम पर होने वाली फिजूलखर्ची को बचाना चाहते हैं. ये परंपरा कई सालों से चली आ रही है.
4. टैटू बनवाने वाली प्रथा
छत्तीसगढ़ के रामनामी समाज में एक अनोखी परंपरा चली आ रही है. इस समाज के लोग पूरे शरीर पर राम नाम का टैटू गुदवाते हैं
हालांकि हैरानी की बात ये है कि ना ये लोग मंदिर जाते हैं, और न मूर्ति पूजा करते हैं. इस तरह के टैटू को स्थानीय भाषा में गोदना कहा जाता है.
5. शादी में दिए जाते हैं सांप
यहां परिवार में बेटी की शादी में दहेज में 21 सांप दिए जाते हैं. इसके पीछे की मान्यता ये है कि इससे ससुराल में संपन्नता आती है
इस समाज के लिए बड़ी समस्या ये है कि उनके पास कोई जमीन नहीं होने से उनके पास कोई जाति-प्रमाण पत्र नहीं है, जिससे आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है.