सर्दियों में क्यों लोग चाहते हैं खुले आसमान को निहारना? भारत में कहां-कहां होता है नॉकटूरिज्म?
‘चांद-सी महबूबा हो मेरी’, ‘ये रातें ये मौसम नदी का किनारा ये चंचल हवा’ ‘ये चांद-सा रोशन चेहरा’, बॉलीवुड में चांद-तारों पर खूब गाने बने. शायरी और कविताओं में भी कवि की रचना इनके बिना अधूरी रही है. रात में हमेशा से एक अलग शांति और खूबसूरती रही है, शायद इसलिए अब लोग दिन की […]