Kansai International Airport:दुनिया में ऐसे कई हवाई अड्डे हैं जो अपनी गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं। ऐसा ही एक हवाई अड्डा है कंसाई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, जो ओसाका खाड़ी के मध्य में एक कृत्रिम द्वीप (Osaka Bay off)कंकुजिमा पर बना है। जापान का यह हवाई अड्डा दुनिया का सबसे अनोखा हवाई अड्डा माना जाता है और इसे इटामी हवाई अड्डे के नाम से भी जाना जाता है। इस एयरपोर्ट (AjabGajab एयरपोर्ट्स) की खासियत यह है कि यह समुद्र के बीच में बना है और इसलिए यात्रियों का ध्यान अपनी ओर खींचता है।
दुनिया का सबसे अनोखा एयरपोर्ट (World’s most unique airport)
जापान में कंसाई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, जिसे बनाने में 20 बिलियन डॉलर से अधिक की लागत आई, हवा से एक आयताकार पट्टी जैसा दिखता है। द सन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंसाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पानी पर बना दुनिया का पहला हवाई अड्डा है।
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यहां बड़ी संख्या में विमान उतरने के कारण यह हवाईअड्डा 2019 में जापान का तीसरा सबसे व्यस्त हवाईअड्डा (Kansai International Airport)बन गया। इस हवाईअड्डे की उल्लेखनीय बात यह है कि इसके रनवे की लंबाई 4,000 मीटर है, जो सामान्य लंबाई से लगभग दोगुनी है। इसके अलावा इस हवाई अड्डे पर एक टर्मिनल भी है। टर्मिनल 1 1.7 किमी लंबा है और इसे ग्लाइडर के पंख जैसा डिज़ाइन किया गया है।
कंसाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट की खूबी (Kansai International Airport)
इस अनोखे हवाई अड्डे(Kansai International Airport) का मुख्य टर्मिनल भवन इतालवी वास्तुकार रेन्ज़ो पियानो द्वारा डिजाइन किया गया था। आपकी जानकारी के लिए: यह हवाई अड्डा 1994 में खुला और केवल एक पतले पुल द्वारा मुख्य भूमि से जुड़ा है। हर साल, 20 मिलियन यात्री इस नजदीकी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जापानी शहरों ओसाका, क्योटो और कोबे के लिए उड़ान भरते हैं।
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कंसाई इंटरनेशनल एयरपोर्ट कैसे बना
80 जहाजों की मदद से समुद्र की दीवार और पानी की सतह पर 30 मीटर मोटी परत बिछाई गई। द्वीप को मुख्य भूमि से जोड़ने के लिए तीन किलोमीटर लंबा पुल बनाया गया था। इस हवाई अड्डे (Kansai International Airport)के निर्माण की लागत 20 अरब डॉलर आंकी गई है। ओसाका की भूमि नरम है, इसलिए द्वीप को डूबने से बचाने के लिए बहुत सारा पैसा निवेश किया गया है। इस पुल ने इंजीनियरिंग उपलब्धि के लिए ग्रैंड पुरस्कार जीता और यह इस सदी के इंजीनियरिंग के दस सर्वश्रेष्ठ उदाहरणों में से एक है।
जापान का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेशल एयरपोर्ट कंसाई आर्टिफिशियल द्वीप(Kansai International Airport) पर बना है। इसे ओसाका की खाड़ी में 1994 में ओसाका इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भार कम करने के लिए खोला गया था। भीड़-भाड़ वाले इलाके में होने से इसका विस्तार नहीं किया जा सका था। इसीलिए 4 किमी लंबा और 2.5 किमी चौड़ा यह द्वीप तैयार किया गया। 1987 में इसका काम शुरू हो गया। पहाड़ और 48 हजार कंक्रीट ब्लॉक की मदद से समुद्री दीवार बनाई गई। 10 हजार मजदूरों ने तीन साल तक 10 लाख घंटे काम किया।
Location Of Kansai International Airport
इस एयरपोर्ट को (Kansai International Airport)समुद्र के बीच में बनाने की एक खास वजह है। ऐसा इसलिए किया गया ताकि वह स्थानीय आबादी को परेशान किए बिना 24 घंटे काम कर सकें। यह जापान के ओसाका, क्योटो और कोबे शहरों के लिए निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Kansai International Airport)है। पहला हवाई अड्डा(Kansai International Airport) द्वीप लगभग 510 हेक्टेयर में फैला है, और दूसरा हवाई अड्डा द्वीप लगभग 545 हेक्टेयर में फैला है। इस प्रकार, यह पूरा हवाई अड्डा कुल 1055 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है।