Delhi Airport: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्रांस मूल के नागरिक के साथ कुछ ऐसा हो गया, जिसमें एयरपोर्ट पुलिस सहित तमाम सुरक्षा एजेंसियों को चिंता में डाल दिया. इस मामले में, आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर अपनी कार्रवाई शुरू की. एयरपोर्ट पुलिस की इस कार्रवाई में छापेमारी का सिलसिला दिल्ली से शुरू होकर राजस्थान के झ़ुंझनु में जाकर खत्म हुआ. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने झुंझनू से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसकी पहचान मोनू भाटी के तौर पर हुई है.
सूत्रों के अनुसार, ओमान एयर की फ्लाइट WY-245 से फ्रांस मूल के डेविड डेविड टिबरगे आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचे थे. रात्रि करीब 1:35 बजे वह टर्मिनल थ्री से बाहर निकल कर अपने लिए उबर टैक्सी बुक करने लगे. इसी बीच, उनके पास एक शख्स पहुंचा और उन्हें टैक्सी को लेकर गुमराह करने लगा. वह अपनी इस कोशिश में कामयाब भी हो गया. डेविड इस शख्स के साथ अपने गतंव्य चितरंजन पार्क तक जाने के लिए तैयार हो गए. चितरंजन पार्क तक जाने की एवज में इस शख्स ने डेविड 2500 रुपए की मांग की.
यह भी पढ़ें: फोन पर लगातार बात करना पड़ा भारी, बेनकाब हो गया एयरपोर्ट का ‘विभीषण’, 8 अरेस्ट… दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री के बाहर खड़े चार लोगों लगातार फोन पर बात किए जा रहे हैं. फोन पर लगातार यही बातचीत इन चारों के लिए मुसीबत बन गई. इन मामले में इन चारों सहित अब तक कुछ आठ गिरफ्तारियां हो चुकी है. क्या है पूरा मामला, जानने के लिए क्लिक करें.
इसरो से जुड़े इस नंबर ने खोली पोल
वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी के अनुसार, डेविड को चितरंजन पार्क में रहने वाले अपने दोस्त जयंत मंडल के यहां जाना था. चितरंजन पार्क पहुंचने के बाद जब जयंत ने किराए के बारे में पूछा तो डेविड ने बताया कि वह किराए के तौर पर पहले ही 2500 रुपए का भुगतान कर चुके हैं. जयंत को इस बात का अंजादा था कि एयरपोर्ट से चितरंजन पार्क जाने का सिर्फ चार सौ से पांच सौ रुपए के बीच लगते हैं. इस बाबत, उन्होंने कैब के मालिक से फोन पर बात कर उससे किराए की रसीद मांगी. कुछ देर बाद कैब के मालिक ने रसीद भेज भी दी.
लेकिन, इस रसीद को देखने के बाद जयंत को शक हो गया. उन्होंने रसीद में दर्ज टिन नंबर की जब पड़ताल की तो पाया कि यह टिन नंबर किसी न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड के नाम पर दर्ज है. यह कंपनी डॉस (DOS) और इसरो (ISRO) के लिए काम करती है. इस बाबत जब जयंत ने कैब के मालिक से बात की तो उसने तत्काल व्हाट्सएप से यह रसीद डिलीट कर दी. हालांकि यह बात दीगर है कि जयंत ने यह रसीद पहले ही डाउनलोड कर ली थी. पूरा गड़बड़झाला समझने के बाद जयंत ने अपने दोस्त की तरफ से एयरपोर्ट पुलिस को शिकायत दे दी.
यह भी पढ़ें: इस भर्ती परीक्षा में क्या हुआ ऐसा, 30% नौजवानों पर लटकी रिजेक्शन की तलवार, 20 प्वाइंट में समझें पूरा मामला… भर्ती परीक्षा के दौरान इन 20 वजहों के चलते पुलिस या सेना में भर्ती का सपना देख रहे नौजवानों को निराशा का सामना करना पड़ता है. यदि आप भी कर रहे हैं पुलिस या सेना में भर्ती की तैयारी, तो जान लें कुछ खास बातें. विस्तृत खबर के लिए क्लिक करें.
आखिरकार झुंझनु से गिरफ्तार हुआ आरोपी
जयंत ने अपनी शिकायत में इस कृत्य के जरिए देश को बदनाम करने का आरोप का भी आरोप लगाया है. वहीं, जयंत से शिकायत मिलते ही आईजीआई एयरपोर्ट हरकत में आ गई. जयंत द्वारा उपलब्ध कराए गए नंबर और जानकारी के आधार पर टैक्सी और उसके मालिक की तलाश शुरू कर दी गई. एक लंबी कवायद के बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान सुनिश्चित कर ली. इसी बीच, पुलिस को इंटेल मिला कि आरोपी राजस्थान के झुंझनु में छिपा हुआ है. सूचना मिलते ही पुलिस ने झुंझनू में छापेमारी कर आरोपी मोनू भाटी को गिरफ्तार कर लिया है.
Tags: Airport Diaries, Airport Security, Delhi police, IGI airport
FIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 16:47 IST