घूमना एक थेरेपी है जो दिमाग और सेहत दोनों के लिए अच्छी है. ट्रैवलिंग से ना केवल नई जगहों की खूबसूरती को देखा जा सकता है बल्कि वहां का कल्चर, खान-पान और भाषा को भी सीखा जा सकता है. घूमने से जानकारी तो बढ़ती ही है लेकिन पर्सनैलिटी भी निखरती है. घूमने के शौकीन लोग कई बार सिर्फ इसलिए नहीं घूम पाते क्योंकि उन्हें ऑफिस से छुट्टी नहीं मिल पाती और कुछ लोग पैसों की कमी की वजह से भी अपनी इच्छाओं को दबा देते हैं. कोरोना के बाद टेक्नोलॉजी इतनी तेजी से एडवांस हुई है कि अब रोज ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है. वर्क फ्रॉम होम के रिमोट कल्चर ने ट्रैवलिंग को आसान बना दिया है. रिमोट जॉब की वजह से अब कई देश लोगों को डिजिटल नोमाड वीजा देने लगें.

ट्रैवल वीजा की जरूरत नहीं
टूरिज्म एक्सपर्ट सचिन भार्गव कहते हैं कि वीजा (VISA) का मतलब है विजिटर्स इंटरनेशनल स्टे एडमिशन. यह एक दस्तावेज है जिससे किसी भी देश में प्रवेश किया जा सकता है. वीजा कई तरह के होते हैं. घूमने के लिए ट्रैवल वीजा दिया जाता है, पढ़ने के लिए स्टडी वीजा और काम करने के लिए वर्क वीजा होता है. लेकिन आजकल कई देश डिजिटल नोमाड वीजा की भी सुविधा दे रहे हैं. यह वीजा उन लोगों को दिया जाता है जो रिमोट जॉब या फ्रीलांस वर्क करते हैं और वह उस देश को घूमना भी चाहते हैं. यानी अब घूमने के शौकीन लोग ग्रीस में नीले समुद्र के सामने बैठकर, जर्मनी में पहाड़ों के बीच या इंडोनेशिया में नारियल पानी पीते हुए रिमोट जॉब कर सकते हैं.  

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2022 में शुरू हुआ यह वीजा
दुनिया में एस्टोनिया (Estonia) ऐसा पहला देश बना जिसने घूमने के शौकीन लोगों को 2022 में डिजिटल नोमाड वीजा की सुविधा शुरू की. इस वीजा से कई देशों के लोगों को रिमोट पर जॉब करने का मौका मिला. यह वीजा ट्रैवल वीजा के मुकाबले ज्यादा समय के लिए वैलिड होता है जिससे पर्यटक आराम से काम भी कर सकता है और देश को घूम भी सकता है. भारतीयों को 11 देश इस तरह वीजा मुहैया कर रहे हैं. कुछ देश डिजिटल नोमाड वीजा पर परिवार को अपने साथ रखने की भी इजाजत देते हैं. लेकिन इस वीजा से आप उस देश में नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सकते. 

डिजिटल नोमाड वीजा में रिमोट कंपनी दूसरे देश की होनी चाहिए (Image-Canva)

क्रोएशिया में 6 महीने की सैर
यूरोप में बसा क्रोएशिया डिजिटल नोमाड वीजा रेजिडेंस परमिट देता है जिससे पर्यटक 6 महीने तक इस देश में रहकर रिमोट वर्कर, फ्रीलांसर या सेल्फ एम्प्लॉय के तौर पर काम कर सकता है. यह एक तरह का टेंपरेरी रेजिडेंट परमिट होता है. इस वीजा के लिए व्यक्ति की महीने की सैलरी 3 लाख रुपए के करीब होनी चाहिए. इसके अलावा मेडिकल इंश्योरेंस और क्रोशिया में कहां रहेंगे, इसका एड्रेस प्रूफ लीज एग्रीमेंट या बुकिंग कंफर्मेशन के तौर पर देना पड़ता है. इस वीजा के लिए क्रोएशिया में पुलिस वेरिफिकेशन भी होती है. यह वीजा एक साल तक बढ़ सकता है. इसकी कीमत 55.74 यूरो यानी 5215 रुपए है.  

K ड्रामों के देश में स्वागत
जब से भारत में कोरियन ड्रामों की पॉपुलैरिटी बढ़ी है, तब से हर कोई साउथ कोरिया घूमना चाहता है. यह देश भी अपने देश में घूमने के लिए डिजिटल नोमाड वीजा दे रहा है जो 1 साल तक रहने और काम करने की सुविधा देता है. इसे एक्सटेंशन लेकर 2 साल का भी कराया जा सकता है. वैसे यह इस देश 90 दिन का ट्रैवल वीजा देता है जो पूरा देश घूमने के हिसाब से बहुत कम समय है. डिजिटल नोमाड वीजा के लिए उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए और इस वीजा पर फैमिली को भी अपने साथ रखा जा सकता है. इस वीजा के लिए व्यक्ति की सालाना आय 54 लाख रुपए होनी जरूरी है.   

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जर्मनी देता फ्रीलांस वीजा
जर्मनी डिजिटल नोमाड वीजा की जगह लोगों को फ्रीलांस वीजा की सुविधा देता है. यह वीजा क्रिएटिव, मेडिकल, टेक्निकल, टीचिंग और एडवाइजरी फील्ड के प्रोफेशनल लोगों को मुहैया होता है. इस वीजा के लिए महीने की न्यूनतम इनकम 1280 यूरो यानी 119768 रुपए होनी चाहिए. इसके साथ फ्रीलांस का प्रूफ, एजुकेशन प्रूफ, हेल्थ इंश्योरेंस, बैंक स्टेटमेंट और रहने का प्रूफ जमा करना होता है. अगर वीजा एप्लीकेशन स्वीकार कर ली जाती है तो इस देश में 6 महीने तक काम करने और घूमने का मौका मिलता है. इस वीजा की कीमत 75 यूरो है. 

इटली में 1 साल तक डिजिटल नोमाड वीजा पर रिमोट या फ्रीलांस वर्क किया जा सकता है (Image-Canva)

बीच पर लें काम करने का मजा
ग्रीस अपने खूबसूरत बीच और सनसेट के लिए जाना जाता है. यहां पर 75 यूरो की वीजा फीस देकर डिजिटल नोमाड वीजा के लिए अप्लाई किया जा सकता है. यह देश 1 साल तक यहां काम करने का मौका देता है और इसके लिए महीने की सैलरी 3 लाख रुपए होनी चाहिए. वहीं इंडोनेशिया में 90 दिनों तक इस वीजा के जरिए जगहों को एक्सप्लोर किया जा सकता है. इसके लिए महीने की सैलरी 1 लाख 70 हजार रुपए के करीब होनी चाहिए. इस वीजा की कीमत 150 डॉलर यानी 12569 रुपए है. पुर्तगाल में रिमोट वर्कर्स 1 साल तक अस्थाई रूप से काम कर सकते हैं. इस वीजा के लिए 90 यूरो यानी 8421 रुपए लगते हैं और इस देश में काम करने के लिए महीने की सैलरी 3280 यूरो यानी 306907 रुपए होनी चाहिए.  

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मॉरीशस में फ्री और सेशेल्स में मात्र 10 डॉलर में घूमें
मॉरीशस रिमोट वर्कर्स को मॉरीशस प्रीमियम ट्रैवल वीजा देता है जो मल्टी एंट्री वीजा है यानी इस वीजा से आप कई बार इस देश में आ-जा सकते हैं. यह वीजा 6 से 1 साल तक मान्य है और इसके लिए कोई फीस नहीं देनी होती. लेकिन रिमोट वर्कर्स को अपने एक महीने की इनकम का प्रूफ दिखाना पड़ता है जो 1,500 डॉलर यानी करीब 125693 रुपए होना चाहिए. वहीं,  सेशेल्स में मात्र 10 डॉलर में 1 साल तक रिमोट वर्क किया जा सकता है.     

Tags: International flights, Travel, Travel Rules, US Visa

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