भरतपुर: भरतपुर का विश्व प्रसिद्ध केवलादेव नेशनल पार्क जिसे पक्षी अभयारण्य के नाम से भी जाता है. यह पार्क प्रकृति प्रेमियों और पक्षी देखने के शौकीनों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है. अगर आप इस अद्भुत पार्क की सैर पर जा रहे हैं, तो यहां के कुछ खास स्थानों को अपनी यात्रा सूची में अवश्य शामिल करें. पार्क में मौजूद ये स्थान न केवल आपकी यात्रा को यादगार बनाएंगे बल्कि आपको प्रकृति के करीब भी ले जाएंगे.
प्रकृति के सच्चे सौंदर्य का अनुभव
सबसे पहले पार्क की झीलें विशेष रूप से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय बेहद आकर्षक लगती हैं. सूरज की सुनहरी किरणें पानी पर पड़ती हैं, तो एक अद्भुत छवि बनती है. झीलों का शांत वातावरण और पक्षियों का जमावड़ा यहां का मुख्य आकर्षण का केंद्र है. यह स्थान आपको प्रकृति के सच्चे सौंदर्य का अनुभव कराता है.
वॉच टावर से देखें पूरा जंगल
इसके साथ ही पार्क में बने वॉच टावर से पूरे जंगल का शानदार नजारा देखा जा सकता है. यह स्थान पक्षी प्रेमियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है. जहां से आप पक्षियों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं. इस ऊंचे टावर से देखने पर पार्क का हर कोना जीवंत प्रतीत होता है.
फोटोग्राफी के लिए भी है मशहूर
इसके अलावा यह क्षेत्र हिरणों और अन्य घास खाने वाले जीवों का निवास स्थान है. सुबह की सैर के लिए यह स्थान बेहद खास है. यहां की ताजी हवा और प्राकृतिक सुंदरता से आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे. केवलादेव नेशनल पार्क में कुछ स्थान विशेष रूप से फोटोग्राफी के लिए मशहूर हैं. पक्षियों की उड़ान, शांत झीलें और घास के मैदानों का प्राकृतिक सौंदर्य आपको अपने कैमरे में कैद करने का मौका देता है. यहां बिताए गए पलों को फोटोग्राफी के जरिए सहेजना आपकी यात्रा को और भी यादगार बना देगा.
सौंदर्य और शांति का संगम
इनके साथ ही पार्क के अंदर स्थित महादेव मंदिर भक्तों के लिए एक अद्भुत स्थान है. यहां का शांत माहौल और प्राकृतिक छाया मन को सुकून देती है. यहां कुछ समय ध्यान या प्रार्थना में बिताने से मन को असीम शांति का अनुभव होता है. केवलादेव नेशनल पार्क केवल एक घूमने की जगह नहीं है बल्कि प्रकृति के सौंदर्य और शांति का संगम है. यहां की झील क्षेत्र, वॉच टावर, घास के मैदान, फोटोग्राफी पॉइंट्स और महादेव मंदिर आपकी यात्रा को यादगार बना देंगे.
Tags: Best tourist spot, Bharatpur News, Local18, Rajasthan newsFIRST PUBLISHED : December 24, 2024, 15:47 IST
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