रवि पायक/भीलवाड़ा: भीलवाड़ा जिले भर में मानसून की दस्तक हो चुकी है और लगातार शहर सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में बारिश का दौर लगातार जारी है. भीलवाड़ा के बिजौलिया क्षेत्र में तेज बारिश के साथ ही मेनाल का झरना शुरू हो गया है. मेनाल का झरना टूरिस्ट के लिए आकर्षण का केंद्र है. हर साल यहां बड़ी संख्या में पर्यटक घूमने के लिए आते हैं. भीलवाड़ा जिले के बिजोलिया क्षेत्र में घने काले बादल छाए और उसके बाद तेज बारिश हुई है. बारिश से लोगों को राहत मिली. वहीं, आधे घंटे से ज्यादा देर तक चली तेज बारिश से मेनाल का झरना अपने पूरे वेग से बहने लगा हैं.
दूर-दूर से देखने आते हैं लोग
कहीं ना कहीं यह मेनाल का झरना भीलवाड़ा, बूंदी और कोटा के रहने वाले लोगों के लिए गुमने की पहली पसंद बनी रहती है. हर किसी व्यक्ति को साल भर मेनाल के झरने के शुरू होने का इंतजार रहता है और पर्यटक अपने परिवार के साथ यहां पिकनिक बनाने के लिए आते है. भीलवाड़ा जिले में बिजौलिया क्षेत्र में भीलवाड़ा कोटा राजमार्ग पर स्थित मेनल झरने में लगभग 150 फीट की ऊंचाई से गिरते पानी की सुंदरता देखते ही बनती है. पर्यटक इस झरने और यहां बने पुराने मंदिरों को देखने के लिए काफी दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं.
पीएम भी कर चुके हैं मेनाल झरने का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात में भी मेनाल झरने का जिक्र कर चुके हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने 28 जून 2015 को मन की बात के छटे एपिसोड में जिक्र किया था. उन्होंने इसे राजस्थान का अनूठा जलप्रपात बताया है. झरने के पास पुरानी कला के मंदिर भी है. इन्हें देखने के लिए भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं. मेनाल जलप्रपात के अलावा यहां के भड़क, सेवन फॉल और भड़कया माता मंदिर भी है.
हर साल यहां पहुचते हैं लाखों पर्यटक
यह भीलवाड़ा सहित 3 जिलों के लिए मुख्य पर्यटक स्थल में से एक है. यहां हर साल बड़ी तादाद में लोग पहुंचते हैं. हरियाली अमावस्या पर 4 अगस्त को मेनाल, जोगणिया माता, झरिया महादेव सहित अन्य पर्यटन व धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ रहेगी. करीब 150 फीट ऊंचाई से गिरते झरने व प्राचीन मंदिरों को देखने के लिए बड़ी तादात में लोगों के मेनाल पहुंचने की संभावना है.
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FIRST PUBLISHED : July 26, 2024, 17:19 IST