सोनभद्र: प्राकृतिक वादियों से भरा हुआ सोनभद्र का यह क्षेत्र आकर्षक का केंद्र बना हुआ है. यहां बरसात के दिनों में बहते झरने इसकी खूबसूरती में और चार-चांद लगा देते हैं. वाराणसी-शक्ति नगर राजमार्ग से गुजरने वाले यात्री हों या फिर स्थानीय लोग बरसात के दिनों में हर कोई अपनी ओर आकर्षित करता है. घाटी में पूरी तरह से प्राकृतिक हरियाली और झरने लोगों को अपनी ओर खींच लाते हैं.
यहां झरने का आनंद लेते हैं पर्यटक
यहां आने वाले सैलानी न केवल झरने का आनंद लेते हैं, बल्कि यहां का मकई का भुट्टा सभी को बेहद पसंद है. ऐसे तो हर दिन यहां सैलानियों की भीड़ देखने को मिलती है, लेकिन छुट्टियों के समय में लोगों की संख्या और बढ़ जाती है. यहां के मनमोहक करने वाली इस खूबसूरती का कोई जवाब नहीं है.
घाटियों के डेंजर जोन पर है पाबंदी
लोगों का यह भी कहना है की विकास के नाम पर इसके वास्तविक स्वरूप से कोई छेड़छाड़ न किया जाए, जिससे की प्राकृत सौंदर्य धूमिल न हो. सुरक्षा के दृष्टिगत यहां पर कैमरे लगाए गए हैं. साथ ही पुलिस की भी मौजूदगी लगातार रहती है. लोगों को घाटियों के डेंजर जोन की ओर जानें से रोका भी जाता है.
सोन इको प्वाइंट को किया जा रहा विकसित
सैलानियों की भीड़ को देखते हुए लोढ़ी स्थित सोन इको प्वाइंट को पर्यटन स्थल के रूप में हाल के दिनों में विकसित किया गया. पर्यटकों की संख्या बढ़ने से व्यापारिक गतिविधियों में भी वृद्धि हुई है. पर्यटन स्थल पर खान-पान का और उचित प्रबंध करने की तैयारी भी यहां चल रही है. इसके लिए स्थानीय लोगों को वरीयता दी जाती है.
सुरक्षा के हैं बेहतर इंतजाम
सोन इको प्वाइंट को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही टूरिज्म प्वाइंट को विकसित कराने के मद्देनजर स्थल के चारों तरफ सुरक्षा के भी बेहतर इंतजाम करने की योजना बनाई गई है.