साल में 2 या ज्यादा बार विदेश जाने वाले इंडियन 32% बढ़े, पसंदीदा जगहों में थाईलैंड, क्या करने जाते हैं? जानिए

नई दिल्ली. हाल के वर्षों में भारतीयों की विदेश यात्रा में भारी वृद्धि देखी जा रही है. मेक माई ट्रिप की रिपोर्ट ‘हाउ इंडिया ट्रैवल्स अब्रॉड’ के अनुसार, सालाना दो या अधिक बार विदेश यात्रा करने वाले भारतीयों की संख्या में 32 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. रिपोर्ट जून 2023 से मई 2024 की अवधि पर आधारित है और इसमें बताया गया है कि महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली के लोग अंतरराष्ट्रीय यात्रा की जानकारी सबसे अधिक खोज रहे हैं.

भारतीय यात्रियों के पसंदीदा स्थलों में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), थाईलैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) शीर्ष पर हैं. ये देश अपने आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और मनोरंजन के विकल्पों के लिए जाने जाते हैं. वहीं, कजाकिस्तान, अजरबैजान और भूटान जैसे गंतव्य तेजी से उभर रहे हैं. ये स्थल भारतीय यात्रियों को उनके सांस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता और अद्वितीय अनुभवों की वजह से आकर्षित कर रहे हैं.

यात्रा के बदलते रुझान
मेक माई ट्रिप के सह-संस्थापक एवं समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राजेश मागो के अनुसार, “भारतीय यात्रियों की बढ़ती आय, वैश्विक संस्कृतियों के प्रति जागरूकता और यात्रा में सुगमता के कारण वे अब अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय और घरेलू गंतव्यों की खोज कर रहे हैं.”

ट्रैवल इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थलों पर भारतीयों की उपस्थिति बढ़ने से उन स्थलों पर भारतीय व्यंजनों और सांस्कृतिक तत्वों का विस्तार भी हो रहा है. कई गंतव्यों ने भारतीय पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं भी प्रदान करनी शुरू कर दी हैं, जैसे कि हिंदी भाषा में टूर गाइड्स और भारतीय रेस्तरां.

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लक्जरी और बिजनेस क्लास यात्रा की बढ़ती मांग
रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि भारतीय यात्रियों में लक्जरी यात्रा के प्रति रुचि बढ़ रही है. अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में बिजनेस क्लास उड़ानों के लिए खोज में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. लक्जरी होटल्स और रिसॉर्ट्स में भी बुकिंग में इजाफा हुआ है, जहां भारतीय यात्री अब पहले से अधिक आरामदायक और विलासितापूर्ण अनुभव की तलाश कर रहे हैं. इसके अलावा, ‘वर्ककेशन’ यानी काम के साथ छुट्टी मनाने का चलन भी तेजी से बढ़ रहा है. लोग अब ऐसे स्थानों की तलाश कर रहे हैं जहां वे काम और छुट्टी का आनंद एक साथ ले सकें.

भारतीय यात्रियों की बढ़ती संख्या और नए गंतव्यों की खोज यात्रा उद्योग के लिए सकारात्मक संकेत हैं. यह दर्शाता है कि भारतीय यात्री अब केवल पारंपरिक स्थलों तक सीमित नहीं रहना चाहते, बल्कि वे नए और अनजान स्थलों की खोज में भी रुचि दिखा रहे हैं.

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