डिजाइन अप्रूव होने के बाद निर्माण के लिए होगा टेंडर जारी
आपको बता दें कि नोएडा के सेक्टर-167 में स्थित जंगल के बीचों बीच ये ब्रह्मसरोवर 4 हेक्टेयर में बनेगा. इसके लिए कंसल्टेंट कंपनी का चयन कर लिया गया है. कंपनी इस सप्ताह अपना फाइनल प्रेजेंटेशन प्राधिकरण के सीईओ के सामने रखेगी और डिजाइन अप्रूव होने के बाद इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी किया जाएगा. दरअसल जिस जगह ये ब्रह्म सरोवर बनाया जाएगा वो पूरा एरिया करीब 29 हेक्टेयर है, जो कि ग्रीन बेल्ट है. इसलिए इसके वास्तविक रूप के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं होगी.
बीच में होगा कमल के आकार का फाउंटेन
वहीं आपको बता दें कि इस ब्रह्मसरोवर को 4 हेक्टेयर में विकसित किया जाएगा. इसके साथ ही करीब 7 हेक्टेयर में रीक्रिएशन एक्टिविटी होगी. जिसमें फूड कोर्ट, वॉकिंग ट्रैक, एम्फीथियेटर को शामिल किया जाएगा. जिसका डिजाइन तैयार किया जा रहा है. या यूं कहें कि 11 हेक्टेयर के अलावा पूरा एरिया घने के जंगल में दिखेगा, जो यहां आने वाले लोगों को प्रकृति अनुभव करवाएगा. इसके साथ ही इसके बीच में कमल के आकार का एक फाउंटेन लगेगा. और यहां बोटिंग की जा सकेगी.
पीपीपी मॉडल पर होगा तैयार
प्राधिकरण के आलाधिकारियों की मानें तो ब्रह्मसरोवर का पीपीपी मॉडल पर निर्माण होगा. डिजाइन बनने के बाद जो कंपनी इसका निर्माण करेगी, संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी भी उसी की होगी. राजस्व के लिए 30 और 70 का रेशियो रखा जाएगा. यानी महीने में कुल आय का कंपनी को 30 फीसदी हिस्सा नोएडा प्राधिकरण को देना होगा. निर्माण लागत निकालने के लिए कंपनी यहां फूड कोर्ट, कैफिट एरिया, बोटिंग के अलावा विज्ञापन के राइट्स ले सकेगी. इसकी लागत करीब 40 करोड़ होगी. फाइनल अप्रूवल के बाद इसका निर्माण शुरू होगा. जोकि करीब छह से आठ महीने में कंपलीट कर लिया जाएगा.